एक चिड़िया दंपति जामुन के पेड़ की एक शाखा पर रहता था।
उनके पास एक सुन्दर घोंसला था जहां वे खुशी से रहते थे।
कुछ समय बाद मादा चिड़िया ने अंडे दिए, दोनों बहुत खुश थे कि वे अपने बच्चों के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
एक दिन एक दुष्ट सियार जामुन के पेड़ के पास भटकता हुआ आया।
शायद उस सियार को जामुन पसंद थे, तो उसने अपनी छलांग लगायी, कोई एक शाखा खींचने के लिए।
तो इस नर चिड़िया ने ऊपर से ही आग्रह किया " हे! बलवान सियार कृपया ये शाखा न खींचे,
हमारा घोंसला इस पेड़ पर बना है और उस घोंसले में अंडे हैं और हम बड़ी उत्सुकता
से हमारे बच्चों के आने का इंतजार कर रहे हैं। अगर आप इस पेड़ को परेशान करोगे तो
हमारा घोंसला नीचे गिर जाएगा अंडे नष्ट हो जायेंगे"। अभिमानी सियार ने दंपति की बातों का कोई ध्यान नहीं दिया
और कहा " मुझे फर्क नहीं पड़ता कि तुम्हारे घोंसले का क्या होता है, मुझे तो जामुन खाने है बस"।
फिर उसने एक बड़ी शाखा को नीचे खींच लिया, उससे घोंसला भी नीचे आ गया और सभी अंडे टूट गए।
दंपति फूट-फूटकर रोने लगे, पर कठोर सियार ने जामुनों का आनंद लिया और वहां से चुपचाप चला गया।
Hindi Kahani - एक मूर्ख नाई !!
चिड़िया जोड़े को बहुत गुस्सा आया और उन्हें उस सियार से बदला लेना था।
दंपति अपने अन्य दोस्तों से मदद लेने के लिए गया, नर चिड़िया ने कहा कि
"उस दुष्ट सियार ने हमारे अंडे तोड़ दिए" और फ़ूट फ़ूट के रोने लगे।
कौवा दंपति और उनका दोस्त मेंढक उन चिड़िया जोड़े के साथ था।
कौवे ने कहा कि " दोस्त ! निराश मत हो, हम उस दुष्ट सियार को सबक सिखा सकते हैं"।
सभी ने एक साथ बैठकर सियार को उसके अहंकार का पाठ पढ़ाने का प्लान बनाया,
अगले दिन चिड़िया का जोड़ा और उसके छोटे-छोटे दोस्त सियार की तलाश में जुट गए।
उन्होंने सियार को देखा और उस पर हमला कर दिया। सिर पे चोंच के हमले से सियार को चक्कर आ गए और वह नीचे गिर गया।
और कौवों ने तेजी से झपट्टा मारा और सियार की
दोनों आंखों को अपनी तेज चोंच से छेद कर दिया जिससे वह अंधा हो गया। सियार दर्द से चिल्लाया;
सियार इन अचानक हमलों से पूरी तरह चकित था।
वह प्यासा था इसलिए वह अपनी अंधी आंखों से झील की ओर भागा।
अब मेंढक की बारी थी, मेंढक एक विशाल खाई के पास चला गया
और जोर जोर से टर्राना शुरू कर दिया, अंधे सियार ने सोचा कि वह झील करीब था और मेंढक
की टर्र-टर्र सुनकर वो खाई की दिशा में चला गया। अगले ही पल वो खाई के अंदर था और जल्द ही मर गया।
चिड़िया दंपती और उनके दोस्तों ने उस दुष्ट सियार से बदला लिया।
सीख - बुद्धि बहादुरी से ताकतवर है।
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